पिथौरागढ़। जिला अस्पताल में स्थापित मशीनरी जंग खा रही हैं और मरीज हृदय और थायराइड की जांच के लिए निजी लैब की दौड़ लगा रहे हैं। लाखों की मशीन खरीदने के बाद भी इनका संचालन नहीं हो रहा है जिससे स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
जिला अस्पताल में दिल के मरीजों की टी-2, टी-4 के साथ ही अन्य मरीजों की थायराइड की जांच के लिए लैब में लाखों की मशीनें स्थापित हैं। मशीनों का संचालन न कर मरीजों को जांच के लिए अन्य लैबों में भेजा जा रहा है।
हर रोज इन जांचों के लिए 70 से 80 मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। अस्पताल में मशीनें जंग खा रही हैं और मरीज जांच के लिए निजी लैब के चक्कर काट रहे हैं। लैब में पर्याप्त कर्मियों की तैनाती के बाद भी मशीनों का संचालन न होना विभागीय कार्यशैली पर सवाल खड़े उठ रहे हैं।
निजी लैब से करार होने से मशीनों का संचालन बंद करना गलत
पिथौरागढ़। जिला अस्पताल में करोड़ों रुपये खर्च कर लैब स्थापित की गई है। इसके बाद भी निजी लैब से जांच के लिए करार होने से कई मशीनों का संचालन नहीं हो रहा है। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ऋषेंद्र महर ने कहा कि जब स्थानीय स्तर पर जांच की सुविधा है तो मरीजों को निजी लैब भेजना गलत है। कहा कि यदि निजी लैब में ही जांच करानी है तो अस्पताल में मशीनें स्थापित नहीं करनी थीं।
अस्पताल का जांच के लिए निजी लैब से करार है। ऐसे में दिल और थायराइड की जांच निजी लैब में कराई जा रही है। अस्पताल में स्थापित लैब में भी कई तरह की जांच हो रही है। – दीवान राम, लैब तकनीशियन, जिला अस्पताल, पिथौरागढ़।