हल्द्वानी। जमरानी बांध परियोजना के प्रथम श्रेणी के प्रभावितों को पुनर्वास स्थल पर कृषि भूमि के साथ आवासीय प्लॉट दिया जाएगा। शनिवार को दमुवाढूंगा स्थित जमरानी कार्यालय में हुई बैठक में प्रभावित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने वेबकॉस कंपनी की ओर से बनाए गए मास्टर प्लान पर सहमति जताई। वेबकॉस ने पुनर्वास के लिए दो मास्टर प्लान तैयार किए थे। पहले प्लान में प्रभावितों को एकसाथ बसाना और कृषि भूमि अगल दी जानी थी। दूसरे प्लान में कृषि भूमि के साथ आवासीय प्लॉट दिया जाना था। प्रभावित परिवार कृषि भूमि और आवासीय प्लॉट एकसाथ देने की मांग कर रहे थे। इस पर विभागीय अधिकार ने दूसरे प्लान पर सहमति दे दी है। प्रथम श्रेणी के प्रभावितों को एक एकड़ कृषि भूमि के साथ 200 वर्ग मीटर आवासीय प्लॉट दिया जाएगा।
पुनर्वास योजना के तहत प्रभावितों के लिए स्कूल और अस्पताल की भी व्यवस्था की जानी है। परियोजना प्रबंधक हिमांशु पंत ने बताया कि पुनर्वास स्थल के पास शांतिपुरी इलाके में स्थित स्कूल और अस्पताल में सुविधाएं दी जाएंगी। जमरानी परियोजना इकाई ने शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग से अनापत्ति मांगी है। पुनर्वास स्थल पर ओवरहेड टैंक, सात मंदिर, सात दुकानें, तीन सामुदायिक केंद्र, खेल का मैदान, आंगनबाड़ी केंद्र आदि की सुविधाएं भी मिलेंगी। कृषि भूमि की फेंसिंग भी की जाएगी। जमरानी प्रभावितों को मुआवजा बांटने के लिए सोमवार से वन विश्राम गृह हैड़ाखान में मुरकुड़िया, उडूवा और तिलवाड़ी के प्रभावितों के लिए कैंप लगाया जाएगा। कैंप में आने वाले प्रभावितों को तीन पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जन्म प्रमाण पत्र समेत अन्य दस्तावेज लाने होंगे।
यहां जीएम प्रशांत विश्नोई, उपमहाप्रबंधक ललित कुमार बिष्ट, हिमांशु पंत, अजय पंत, नवीन पलड़िया, हरेंद्र सिंह, जीवन सिंह, दलीप सिंह आदि रहे।