रानीखेत । नगर की समस्याओं को लेकर रानीखेत संघर्ष समिति के बैनर तले नागिरकों की बैठक हुई। कैंट की सिविल एरिया को नगर पालिका बनाने, अदद खेल मैदान, वाहन पार्किंग निर्माण सहित तमाम मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। तय हुआ कि तमाम समस्याओं को लेकर शीघ्र ही जिलाधिकारी से मुलाकात की जाएगी।
गुरूवार को गांधी पार्क में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आजादी के बाद से ही रानीखेत को पर्यटन नगरी का दर्जा हासिल है। लेकिन विकास से यह नगरी आज भी कोसों दूर है। छावनी परिषद के जटिल कानूनों के चलते लोग परेशान हैं। इसीलिए छावनी परिषद की सिविल एरिया को चिलियानौला नगर पालिका में शामिल करने की मांग उठाई जा रही है। पूर्व में इसके लिए लगातार एक साल तक धरना भी दिया गया, लेकिन अभी तक सार्थक कार्रवाई नहीं हुई है। नागरिक क्षेत्र के लिए अदद खेल मैदान तक नहीं है। छोटी प्रतियोगिताओं के लिए भी सेना के मैदानों का मुंह ताकना पड़ता है। खेल मैदान के अभाव में कई महोत्सव बंद हो गए। इस दौरान रानीखेत जिले की मांग भी प्रमुखता से उठी। कहा कि 2011 में घोषित चार जिले आज तक अस्तित्व में नहीं आ सके। वाहन पार्किंग के अभाव में बाजार में आए दिन जाम लग जाता है। जिस कारण लोगों को भारी परेशानी होती है। तय हुआ कि शीघ्र समस्याओं को लेकर शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलेगा। बैठक में गिरीश भगत, चंद्रशेखर गुरुरानी, अशोक पांडे, किरन साह, दीपक गर्ग, हरीश मैनाली, लक्ष्मी दत्त पांडे, हरीश अग्रवाल, खजान जोशी, किरण साह, मुकेश साह, डॉ बीडी पांडेय, हरीश साह, नवीन आदि मौजूद रहे।