रानीखेत । केंद्रीय वित्त मंत्रालय की संस्था भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड के तहत कार्यरत नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड, मुंबई की ओर से महाविद्यालय रानीखेत के छात्र-छात्राओं के लिए विनियोगकर्ता जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कमोडिटी मार्केट की कार्यप्रणाली, इसके लाभ और देश की अर्थव्यवस्था की स्थिरता कायम रखने में इसके योगदान पर विस्तार से चर्चा की।
स्मार्ट ट्रेनर डॉ नृपेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि वर्ष 2003 में शुरू हुए कमोडिटी एक्सचेंज के कामकाज और प्रभाव का लगातार विस्तार हो रहा है। यह खाद्यान्न, ऊर्जा, धातु और अन्य रॉ मैटेरियल के क्षेत्र में काम कर रहा है। समन्वयक डॉ राहुल चन्द्रा ने कहा कि परंपरागत बाजार की तुलना में वर्चुअल मार्केट ज्यादा तरल, प्रतिस्पर्धी, पारदर्शी और प्रभावशील है। एक्सचेंज की ओर से निर्धारित गुणवत्ता मापदंड के अनुरूप जो उत्पाद होते हैं, वही वर्चुअल मार्केट में उपलब्ध होते हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पुष्पेश पांडेय ने कमोडिटी मार्केट को रोजगार एवं ज्ञान संवर्धन का केंद्र बताया।
वहां प्रो0 पीएन तिवारी, डॉ महिराज मेहरा, डॉ रुचि साह, डॉ आस्था अधिकारी, डॉ निष्ठा शर्मा एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।