हल्द्वानी। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग में एक ही ऑपरेशन थियेटर होने और हफ्ते में सिर्फ दो दिन ऑपरेशन किए जाने के कारण अधिकांश मरीजों का इलाज समय पर नहीं हो पा रहा है। मरीजों को छह महीने तक की तारीख मिल रही है। गंभीर मरीजों को मजबूरन बरेली के मेडिकल कॉलेज और ऋषिकेश एम्स जाना पड़ रहा है।
यूरोलॉजी विभाग ने समस्या के समाधान के लिए बंद पड़े दूसरे ऑपरेशन थियेटर को खुलवाने का प्रस्ताव अस्पताल प्रशासन को भेजा है। साथ ही हफ्ते में दो के बजाय तीन दिन ऑपरेशन कराने के लिए कहा है। हालांकि इन प्रस्ताव पर अब तक ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हफ्ते में सिर्फ दो दिन ही तय होने के कारण महीने में 50 से 60 ऑपरेशन ही हो रहे हैं। दो बड़े ऑपरेशन केस आ गए तो हफ्ते भर में वे ही निपट पाते हैं। विभाग का कहना है कि वह बड़े ऑपरेशन के लिए जल्द डेट नहीं दे पा रहा है। अगर दूसरा ऑपरेशन थियेटर खुल जाता है तो महीने में 150 ऑपरेशन तक हो सकेंगे। बंद ऑपरेशन थियेटर में टूटी कुर्सियां और स्ट्रेचर ही भरे हुए हैं।