रानीखेत। मिशन इंटर कॉलेज रानीखेत में छः दिवसीय कौशलम प्रशिक्षण कार्यक्रम का शनिवार को समापन हुआ। विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ उनकी रुचि के अनुसार प्रोजेक्ट बनाने में दक्ष करने, जिससे भविष्य में वे अपना स्टार्टअप शुरु कर सकें इस उद्देश्य से विद्यार्थी कौशलम उद्यमिता पाठ्यक्रम योजना आरम्भ हुई है। इस कार्यक्रम के तहत 9-12 कक्षा के छात्र-छात्राओं को विभिन्न व्यवसाय के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। इस प्रशिक्षण में विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य सहित 80 शिक्षकों ने प्रतिभाग किया, जो अपने विद्यालयों में इस प्रशिक्षण को लागू करेंगे।
मास्टर ट्रेनर जीवन सिंह नेगी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में पलायन एक गम्भीर समस्या रही है। इस समस्या के समाधान के लिये स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने तीन वर्ष के लिए विद्यालयी शिक्षा के लिये यह पाठ्यक्रम तैयार किया है। मास्टर ट्रेनर प्रकाश पपनै ने कहा कि विद्यार्थियों में उद्यमिता के विकास के लिये धैर्य स्वजागरुकता तर्कपूर्ण चिन्तन का विकास करना आवश्यक है, उन्होंने 3 पी की अवधारणा पर भी बल दिया।