– महाविद्यालय में एग्रो फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उद्यमिता केंद्र बनेगा
– राज्य सरकार की तरफ से पाँच लाख की धनराशि मिलेगी
रानीखेत (अल्मोड़ा) राजकीय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत का चयन राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में किया गया है। महाविद्यालय का चयन एग्रो फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उद्यमिता केंद्र बनाने के लिए किया गया है।
महाविद्यालय का चयन भारतीय उद्यमिता संस्थान, अहमदाबाद के विषय विशेषज्ञों तथा देवभूमि उद्यमिता योजना देहरादून के राज्य नोडल अधिकारियों के समक्ष की गई ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण के उपरांत प्रदेश भर के कई महाविद्यालय में से किया गया है। ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण महाविद्यालय की नोडल अधिकारी डॉ. निहारिका सिंह बिष्ट एवं डॉ. गणेश नेगी द्वारा की गयी । इसमें उनके द्वारा किस प्रकार एग्रो फूड प्रोसेसिंग में स्थानीय फल एवं फसलों के उत्पादों से उद्यम स्थापना के बेशुमार अवसर इस क्षेत्र में विद्यमान हैं इसमें चर्चा की गयी । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्पेश पांडे ने बताया कि सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना हेतु महाविद्यालय को राज्य सरकार की तरफ से पाँच लाख की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
इस उपलब्धि पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्पेश पांडे, उद्यमिता अधिकारी डॉ. राहुल चंद्र, नोडल अधिकारी डॉ. निहारिका सिंह बिष्ट ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, भारतीय उद्यमिता संस्थान के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला, परियोजना निदेशक डॉ. अमित कुमार द्विवेदी, राज्य नोडल अधिकारी डॉ. दीपक कुमार पांडे, देवभूमि उद्यमिता योजना सचिव, डॉ. सुमित कुमार तथा डॉ. अभिषेक का आभार प्रकट किया।